हबीबगंज पुलिस की संवेदनहीनता: ज्यादती की शिकार छात्रा को पुलिस ने 5 घंटे थाने में बिठाया

भोपाल. हबीबगंज थाना क्षेत्र से अगवा हुई सातवीं की छात्रा के साथ बैतूल में ज्यादती कर दी गई। आरोपियों ने उसके मामा को कॉल कर सारणी के पास छोड़ने की सूचना दी। परिवार छात्रा को लेकर हबीबगंज थाने पहुंचा। आरोप है कि यहां पुलिस ने उन्हें पांच घंटे तक थाने में बिठाए रखा। शाम पांच बजे मेडिकल परीक्षण करवाया गया। पुलिस का तर्क है कि शुरुआती दो-तीन घंटे तक परिवार एफआईआर दर्ज कराने को लेकर पसोपेश में था, इसलिए इतनी देर हुई।


ये घटना हबीबगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली 13 वर्षीय किशोरी के साथ 24 फरवरी को हुई थी। उस दिन वह पिता के साथ चैकअप कराने अस्पताल गई थी। दोपहर एक बजे घर लौटी। पिता घर में सोने चले गए। दोपहर ढाई बजे उनकी नींद खुली तो छात्रा घर पर नहीं मिली। काफी तलाशने के बाद भी जब उसका पता नहीं चला तो परिजनों ने हबीबगंज थाने पहुंचकर अपहरण का केस दर्ज करवाया। छात्रा के पिता ने बताया कि मंगलवार शाम बैतूल से कॉल आया कि सारणी के पास आरोपी उसे छोड़कर फरार हो गए हैं।


बैतूल पहुंचे परिजन बुधवार को उसे लेकर भोपाल लौटे। इस दौरान छात्रा ने राहुल और रितिक द्वारा अगवा किए जाने की बात बताई। उस वक्त दोनों ने बेहोशी की दवा सुंघाकर उसे अगवा किया और बाइक पर बिठाकर उसे बैतूल ले गए। यहां उसके साथ ज्यादती भी की गई।


पुलिस बोली- पसोपेश में थे परिजन, इसलिए हुई देरी
पिता का आरोप है कि दोपहर 12 से शाम पांच बजे तक हमें थाने में बिठाए रखा गया। पांच घंटे बाद बच्ची को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया। वहीं, सीएसपी भूपेंद्र सिंह का कहना है कि शुरुआती दो-ढाई घंटे तक परिजन तय नहीं कर पा रहे थे कि एफआईआर दर्ज करवानी है या नहीं। जब बच्ची कथन कराने के लिए तैयार हुई तो मेडिकल परीक्षण करवाया गया। गुरुवार को अदालत में भी उसके बयान करवा लिए गए हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।